कानून कहॉ है(where is law)

 

कानून कहॉ है






भारत देश एक प्राकृतिक दृष्टि से एक धनी देश है मगर इसके निवासी आज भी निर्धन है। यह प्रश्न बहुत अधिक विस्तृत है।

भारत देश में जो न्याय प्रणाली है वह दोषपूर्ण है। कोर्ट एक मण्डी है यदि कोई गरीब आदमी न्याय पाने के लिये न्यायलय का दरवाजा खटखटाता है तो ज्यादातर गरीब इन्सान को न्यायालय से निराश लौटना पड़ता है। क्योकि वकील के देने के लिए उसके पास पैसे नही होते। या एक प्रकार से कहा जा सकता है कि न्यायलय में न्याय पाने का अधिकार उसी के है जिसके जेब में पैसा है।

कुछ गरीब मनुष्य न्यायलय में इन्साफ मॉगने को जाते है मगर वकील द्वारा उसका पैसा खा लिया जाता है।  और वकील गरीब इन्सान का पैसा खा जाता है और उसे धमकी भी देता है कि पैसे मॉगने की दोबारा बात की तो उलटे तुझे ही जेल करवा दूॅगा।

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कुछ ऐसे गरीब इन्सान है जो भारतीय जेल में बन्द है किसी मामूली विवाद में अब गरीब आदमी का विवाद हुआ अमीर आदमी से। अमीर आदमी ने पैसे के बल पर गरीब को जेल मेे बन्द करवा दिया गरीब आदमी के पास पैसे नही है वकील को देने के लिये गरीब इन्सान को माना 6 महीने की सजा होनी थी मगर वह 3 साल से जेल में बन्द है उसकी कोई पैरवी नही कर रहा। जमानत के लिये उसके पास पैसे नही

कभी-कभी ऐसा होता है कि दोनो पक्षों के वकील आपस में मिल गए और गरीब इन्सान ठंगा गया गरीब के वकील ने विपक्ष अमीर आदमी से पैसे खाकर केस को इतना कमजोर कर दिया कि गरीब इन्सान केस हार गया। जिस देश में न्याय पाने के लिये पैसा लगाना पड़ता है एक जुए की तरह उस देश में न्याय कभी भी न्यायसंगत नही को सकता।


ज्यादातर लोग अपने केस को लड़ने के लिये न्यायलय जाना नही चाहते क्योकि न्यायलय उनके लिये बना है जिनके सोने के हाथ   लोहे के पैर होते है।माना किसी इन्सान की जमीन 10 लाख रूपये की है और उसकी इस जमीन पर किसी ने अवैध कब्जा कर लिया है तो असली दावेदार अर्थात जमीन का मालिक पूरे जमीन के कामज होने पर भी न्यायलय का दरवाजा नही खटकाना नही चाहता अर्थात थक हार के वह समझौते पर जाता है और अपनी 10 लाख की जमीन उक्त फरजी कब्जाधारी को आधे दाम पर बेच देता है। क्योकि जमीन का असली मालिक जानता है कि जमीन के केस अगले जन्म तक खत्म नही होगे।गरीब इन्सान को न्यायलय में अपना सच्चा हक पाने के लिये हालात से मजबूर होकर धन के अभाव में निराश होकर लौटना पड़ता है।

भारत देश में जाँच एजेन्सी का दुरूपयोग केन्द्र सरकार द्वारा होता है कुछ ईमानदार मंत्रीगण के खिलाफ जाँच का डंडा चलता है जैसे दिल्ली के उपमुख्यमन्त्री मनीष ससौदिया पर liquor policy के तहत जाँच बिठाई गयी मगर जाँच एजेन्सी को कुछ नही मिला मनीष ससौदिया के बैक लाँकर में कुल 80 हजार रूपये के जेवरात बैक में 3-4 लाख रूपये ही मिले जो कि उनके वेतन के जमा थे। तो जाँच तो पटवारी तहसीलदार इत्यादि अधिकारायों की होनी चाहिये जिन्होने सरकारी नौकरी को एक धन्धा बनाया हुआ है।

जनता को परेशान करके उनसे धन ऐठने का धन्धा देहरादून में राज्य सरकार की लापरवाही के कारण तहसील में रिश्वत का बाजार गर्म है। अभी तक उत्तराखण्ड सरकार ने दाखिल खारिज आँन लाईन नही किया। तो ऐसे में सरकार ध्यान नही देती कि उनकी लापरवाही से कितना भ्रष्टाचार व्याप्त हो चुका है।

गुजरात में बिलकिस बानों के बल्तकारीयों को 15 अगस्त 2022 को माफी दे दी गयी। जो बल्तकारी थे जो खूनी थे उन्हे केन्द्र सरकार ने माफी दे दी तो अब कानून कहाँ बचा। आज के समय में बलतकारीयों के होसेले बुल्द हो रहे है ऐसे महौल में औरते सुरक्षित नही है।कानून का दुरूपयोग करना बहुत गलत है सरकार को ऐसे अपराधीयों को माफी नामा नही देना चाहिये।

कभी-कभी कुछ औरते ऐसी होती है जो झगड़ालू किस्म की होती है। और जब उनके पति द्वारा उन्हें समझाया जाता है डांटा जाता है तो ऐसी औरते पुलिस का सहारा लेती है और एक झूठी रिर्पाट पुलिस में कर देती है कि उसका पति उसको मारता पीटता है।

पुलिस भी ऐसी औरतो की सुनती है और उसके पति को चौकी में बुलाकर धमका देती है।

अब पति बेचारा किया करे।ऐसे में पुलिस को निष्पक्ष भाव से जाँच करनी चाहिये काफी मात्रा में ऐसे झूठे केस दर्ज होते है जिसका परिणाम एक तलाक का रूप ले लेता है।एक बेगुनाह पुरूष को फिर कोर्ट की शरण लेनी पड़ती है और यह मामले तलाक का रूप धारण कर लेते है। यदि पुलिस निष्पक्ष भाव से जाँच करे तो ऐसे विवाद कोर्ट तक जाये।

ज्यादातर पुलिस परिवारिक मामलों मंे एक तरफा कार्यवाही करती है पत्नी झूठे इल्जामों द्वारा कभी-कभी अपनी पति की पुलिस थाने मंे पिटाई करवा देती है। अब पत्नी आजाद हो जाती है वह खाना समय से बनायेगी अपनी पति को पुलिस का डर दिखाकर उसे खामोश कर देती है। कुछ पुरूष समाज अपनी इज्जत के कारण पुलिस चौकी जाना पसन्द नही करते है फिर शुरू होती है पुरूष शोषण एक पुरूष की पत्नी इस बात का फायदा उठाकर मनमानी करती है और कभी -कभी किसी अन्य पुरूष से भी अवैध सम्बन्ध बनाती है और विरोध करने पर पुलिस में पीटवाने की धमकी देती है।

                                              



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